मध्यप्रदेश के शक्तिपीठ
दोस्तों मैं R.K. आज आपके
लिये मध्य प्रदेश के शक्तिपीठों की जानकारी लेकर उपस्थित हुआ हूँ. मध्य प्रदेश भी
माता की आराधना का एक प्रमुख केंद्र है यहाँ मैहर में शारदा माता का मंदिर है. कहा
जाता है की आलह और उदल नमक दो महायोद्धा इसी मंदिर के भक्त थे. मध्य प्रदेश में भी
माता के कई शक्तिपीठ हैं जिनकी आज मैं आपको जानकरी दे रहा हूँ. उम्मीद करता हूँ की
ये जानकारी आपके लिए ज्ञानवर्धक होगी.
मध्यप्रदेश के शक्तिपीठ
भैरवपर्वत:-
मध्यप्रदेश में उज्जैन के निकट शिप्रा नदी के तट
पर स्थित भैरव पर्वत को शक्ति पीठ बोलते हैं यहाँ देवी का ऊपर का होंठ गिरा
था यहाँ की शक्ति ‘अवन्ती’ और भैरव
‘लम्बकर्ण’ हैं.
रामगिरी:-
इस शक्तिपीठ के विषय में दो मान्यताएं हैं कुछ
विद्वान चित्रकूट के शारदा मंदिर को और कुछ मैहर के शारदा मंदिर को शक्ति पीठ
बताते हैं दोनों ही स्थान प्रसिद्ध तीर्थ हैं और दोनों ही मध्यप्रदेश में स्थित
हैं. यहाँ देवी देह का धहिना स्तन गिरा था, यहाँ की शक्ति ‘शिवानी’ और भैरव ‘चंड’
हैं.
उज्जयिनी:-
उज्जैन में रुद्रसागर या रूद्रसरोवर के निकट हरसिद्धि देवी का मंदिर है इसे ही
शक्तिपीठ माना जाता है यहाँ देवी की कोहनी गिरी थी अत: उसी की पूजा होती है यहाँ
की शक्ति ‘ मंगल्चंडीका’ और भैरव ‘मान्गाल्याकपिलाम्बर’
हैं.
शोण:-
अमरकंटक के नर्मदा मंदिर में यह शक्तिपीठ माना
जाता है यहाँ देवी देह का नितम्ब गिरा था यहाँ की शक्ति ‘नर्मदा’ या
‘शोंणाक्षी’ और भैरव ‘भद्रसेन’ हैं
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